क्या: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राष्ट्र को संबोधित करेंगे।
कब: आज, सोमवार, 12 मई 2025, रात 8 बजे।
क्यों: रक्षा मंत्री, सीडीएस और तीनों सेना प्रमुखों के साथ हुई एक महत्वपूर्ण उच्च स्तरीय सुरक्षा समीक्षा बैठक के बाद। देश की सुरक्षा और मौजूदा स्थिति पर किसी बड़ी घोषणा की उम्मीद।
नई दिल्ली: भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज, सोमवार, 12 मई 2025 को रात 8 बजे राष्ट्र के नाम एक महत्वपूर्ण संबोधन देंगे। इस घोषणा ने पूरे देश में हलचल मचा दी है, क्योंकि यह संबोधन एक ऐसे समय में हो रहा है जब प्रधानमंत्री ने हाल ही में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल अनिल चौहान, और तीनों सेनाओं – थल सेना, नौसेना, और वायु सेना – के प्रमुखों के साथ एक व्यापक सुरक्षा समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। इस उच्च स्तरीय बैठक में देश की समग्र सुरक्षा स्थिति, विशेष रूप से सीमाओं पर मौजूदा चुनौतियों और “ऑपरेशन सिंदूर” के बाद की परिस्थितियों पर गहन विचार-विमर्श किया गया।
सुरक्षा बैठक में कौन-कौन शामिल थे?
सूत्रों के अनुसार, प्रधानमंत्री आवास पर हुई इस अहम बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल भी उपस्थित थे। बैठक में प्रधानमंत्री मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, सीडीएस जनरल अनिल चौहान और तीनों सेना प्रमुख भी शामिल थे।
बैठक का मुख्य एजेंडा क्या था?
बैठक का मुख्य एजेंडा हाल ही में पाकिस्तान के साथ हुए संघर्ष विराम और भारत द्वारा पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) और पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों के खिलाफ चलाए गए “ऑपरेशन सिंदूर” के बाद की स्थिति का आकलन करना था।
“ऑपरेशन सिंदूर” क्या है और यह कब हुआ?
आपको बता दें कि 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले, जिसमें 26 निर्दोष पर्यटकों की जान चली गई थी, के जवाब में भारत ने 7 मई को “ऑपरेशन सिंदूर” लॉन्च किया था। इस ऑपरेशन में भारतीय सेना ने नौ आतंकी शिविरों को सफलतापूर्वक नष्ट कर दिया था और लगभग 100 आतंकवादियों को मार गिराया था।
आज रात 8 बजे होने वाले प्रधानमंत्री मोदी के संबोधन को “ऑपरेशन सिंदूर” के बाद उनका पहला औपचारिक राष्ट्र के नाम संबोधन माना जा रहा है। इससे पहले, रविवार को हुई एक बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने सशस्त्र बलों को स्पष्ट निर्देश दिया था कि पाकिस्तानी सेना की किसी भी कार्रवाई का जवाब “पहले से बड़ा और मजबूत” होना चाहिए। उन्होंने कहा था, “वहाँ से गोली चलेगी, तो यहाँ से गोला चलेगा।” यह बयान भारत के दृढ़ संकल्प को दर्शाता है कि वह अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा से किसी भी प्रकार का समझौता नहीं करेगा।
प्रधानमंत्री मोदी आज के भाषण में क्या कह सकते हैं?
प्रधानमंत्री मोदी का आज का भाषण कई मायनों में महत्वपूर्ण हो सकता है। उम्मीद की जा रही है कि वे देश को मौजूदा सुरक्षा परिदृश्य, “ऑपरेशन सिंदूर” की सफलता और भविष्य की रणनीतियों के बारे में विस्तृत जानकारी दे सकते हैं। इसके अतिरिक्त, यह भी संभावना है कि वे भारत-पाकिस्तान के बीच हालिया संघर्ष विराम और आगामी डीजीएमओ स्तर की वार्ता पर भी कुछ प्रकाश डालें। कुछ विश्लेषकों का यह भी मानना है कि प्रधानमंत्री किसी नई राष्ट्रीय पहल या नीति की घोषणा भी कर सकते हैं, जिसका संबंध देश की आंतरिक और बाह्य सुरक्षा को और मजबूत करने से हो सकता है।
पूरा देश आज रात 8 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबोधन का बेसब्री से इंतजार कर रहा है। यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि प्रधानमंत्री अपने संबोधन में किन मुख्य बिंदुओं पर जोर देते हैं और देशवासियों को क्या संदेश देते हैं। इस संबोधन का सीधा प्रसारण विभिन्न समाचार चैनलों और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध होगा। आज की ताजा खबर यही है कि प्रधानमंत्री का यह संबोधन देश की आगे की दिशा और सुरक्षा नीति के लिए निर्णायक साबित हो सकता है। राष्ट्रीय सुरक्षा के इस अहम मोड़ पर सभी की निगाहें प्रधानमंत्री मोदी पर टिकी हैं।
यह भी उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री मोदी ने हाल ही में अमेरिकी सीनेटर जेडी वान्स के साथ हुई बातचीत में यह स्पष्ट किया था कि पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई करने के भारत के फैसले किसी अन्य देश से प्रभावित नहीं होंगे। उन्होंने जोर देकर कहा था कि यदि पाकिस्तान हमला करता है, तो भारत और भी मजबूती से जवाब देगा। यह दर्शाता है कि भारत अपनी विदेश और सुरक्षा नीति को स्वतंत्र रूप से संचालित करने के लिए प्रतिबद्ध है।
इस उच्च स्तरीय सुरक्षा बैठक और उसके बाद प्रधानमंत्री के राष्ट्र के नाम संबोधन से यह स्पष्ट है कि भारत सरकार राष्ट्रीय सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है और किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए पूरी तरह तैयार है। आज रात का संबोधन न केवल वर्तमान स्थिति पर प्रकाश डालेगा बल्कि भविष्य के लिए भारत के संकल्प को भी रेखांकित करेगा।